ग्वालियर, 07 जुलाई। ‘सारे काम छोड़ दो सबसे पहले वोट दो’ मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग राजधानी से जिला-जिला जागरुकता अभियान छेड़े रहता है। किंतु यह सब तब नारेबाजी बनकर रह गया और  मतदाता मतदान केंद्र ढूंढ़ता भटकता रह गया, नहीं मिलने पर निराश घर लौट गया। उन कर्मचारियों के फार्म-19 (डाक मतदान) नहीं भरवाए गए जो हजारों नागरिकों का मतदान शातिंपूर्ण संपन्न कराने गए थे। कर्मचारियों की तीन-चार दिन पहले से ही तैनाती कर दी गई थी, जबकि वह मताधिकार का प्रयोग करने के बाद भी पंचायत के चुनाव कराने मौके पर पहुंच सकते थे।

कम मतदान के लिए निर्वाचन के लिए तैनात वरिष्ठ अधिकारी जिम्मेदार!

ग्वालियर में बुधवार को हुए नगर निगम के मतदान में कई ऐसे कर्मचारी मतदान से वंचित रह गए जो विभागीय आदेश पर दूरदराज ड्यूटी के लिए तैनात थे। इन्हें तीन दिन पहले ही रवाना कर दिया गया। इसस पूर्व  सरकारी कर्मचारियों को डाक मतदान के लिए मिलने वाला फॉर्म-19 भी इनसे नहीं भरवाया गया। अकेले पुलिस रेडियो विभाग के ही दो दर्जन से अधिक कर्मचारी इसी गफ़लत में मतदान से वंचित रह गए।

मतदान से वंचित पुलिसकर्मी ने अधीक्षक से मांगी मतदान की अनुमति

मतदान से वंचित रहने की पीड़ा पुलिस विभाग में तैनात एक कर्मचारी ने एसपी को लिखे पत्र में अभिव्यक्त करते हुए अब दोबारा मतदान की अनुमति मांगी है। उन्होंने बताया कि उन्हें चार दिन पूर्व ही पंचायत चुनाव के लिए चंबल डिवीजन के श्योपुर जिले में भेज दिया गया, जबकि बुधवार को वह अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद वहां जा सकते थे, क्योंक श्योपुर में आठ जुलाई को है।

ग्वालियर में कम मतदान से चिंतित राजनेता

ज्ञातव्य है कि प्रदेश भर में स्थानीय निकाय के चुनाव में सबसे कम मतदान ग्वालियर में (49 प्रतिशत) हुआ है जिससे राजनीतिक दलों के माथों पर चिंता लकीरें खिंच गई हैं। खास बात यह है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी प्रवक्ता लोकेंद्र पाराशर और जिला मजिस्ट्रेट लोगों से मतदान में अधिक से अधिक भाग लेने की अपील कर चुके थे। किंतु मतदाता घरों से नहीं निकले।

वरिष्ठ अधिकारियों को करनी चाहिए कर्मचारियों के मताधिकार की चिंता

इस संबंध में चर्चा करने पर एसपी रेडियो विनायक शर्मा ने बताया कि उनके पास किसी भी कर्मचारी ने ऐसा आवेदन नहीं भेजा। कर्मचारियों को स्वयंही फॉर्म-19 लेकर मताधिकार का प्रयोग करने के प्रति जागरुक रहना चाहिए। हालांकि कर्मचारी को भेजने से पूर्व उनके वरिष्ठ अधिकारियों कर्मचारी के मतदान सुनिश्चित करने के लिए खुद पहल कर फार्म-19 भरवा लेना चाहिए।

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