लखनऊ, 10 सितंबर। योगी सरकार ने शुक्रवार को मथुरा-वृंदावन में कृष्ण जन्मस्थल 10 वर्ग किलोमीटर के दायरे को तीर्थस्थल घोषित किया है। घोषित तीर्थ क्षेत्र के दायरे में 22 नगर निगम वार्ड क्षेत्र आए हैं। ज्ञात्व्य है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार कृष्ण के धाम मथुरा में जन्माष्टमी मनाई थी। वहां से लौटने के कुछ दिन बाद ही इस इलाके को तार्थस्थल बनाए जाने का उपहार दे दिया।जन्माष्टमी मनाई और जन्म-स्थल को घोषित कर दिया तीर्थस्थल….
विगत माह उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में ही जन्माष्टमी मनाई थी। उसी वक्त संकेत दिए थे कि इस संबंध में कोई महत्वपूर्ण घोषणा मुख्यमंत्री जल्द कर सकते हैं। श्रीकृष्ण जन्मस्थल को सरकारी तौर पर तीर्थस्थल घोषित किए जाने को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ज्ञातव्य है कि मथुरा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था–पहले त्योहार में बधाई देने के लिए विधायक और मुख्यमंत्री कृष्ण जन्मस्थली नहीं पहुंचते थे। किंतु, जो पहले मंदिरों में जाने से डरते थे, वही अब कह रहे हैं कि राम मेरे हैं, कृष्ण भी मेरे हैं।
तीर्थ-स्थल में मांसाहार व शराबनोशी होगी प्रतिबंधित, संवारी जाएंगीं धरोहरें
लंबे अरसे से बरसाना और वृंदावन में धार्मिक स्थलों को तीर्थस्थल घोषित करने की मांग हो रही थी। जनभावना को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए यहां अंडा, मांस, मछली और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध भी लग जाएगा। पर्यटकों को ठहरने और घूमने फिरने की सभी सुविधा और सहूलियतें उपलब्ध कराई जाएंगी। धार्मिक स्थलों में सुरक्षा की विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगीं। तीर्थ स्थल घोषित होने के बाद अब वृंदावन और बरसाना का विकास कराया जाएगा। यहां के कुंडों, सरोवरों, धार्मिक व ऐतिहासिक धरोहरों को सजाया-संवारा जाएगा।