नई दिल्ली, 04 सितंबर। इस साल जापान के टोक्यो में हुए ओलंपिक गेम्स के बाद पैरालंपिक गेम्स में भी भारत का जबरदस्त प्रदर्शन जारी है। टीम इंडिया अब तक टोक्यो पैरालंपिक में कुल 16 पदक जीते हैं जिनमें तीन स्वर्ण, सात रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं। पैरालंपिक में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। मौजूदा समय में पदक तालिका में भारत 34वें स्थान पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी ट्विटर पर लगातार बधाई संदेशों के साथ खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा रहे हैं।

विगत सभी पैरालंपिक गेम्स का रिकॉर्ड अब बेहद पीछे छूट चुके हैं। भारतीय टीम अब पैरालंपिक में सर्वकालिक पदक जीतने (पैरालंपिक ऑल टाइम) का रिकॉर्ड भी तोड़ चुकी है। भारत ने 1968 में पैरालंपिक में हिस्सा लेना शुरू किया था, तब से 2016 तक भारत के कुल 95 एथलीट्स कुल 12 पदक ही हासिल करने में सफल हो पाए थे। जबकि 2021 के टोक्यो पैरालंपिक में भारत का 54 खिलाड़ियों का दल अब तक 15 पदक अपने नाम कर चुका है। पाच सितंबर तक चलने वाले पैरालंपिक में अभी एक दिन बाकी है। इस दौरान भारत को कम से कम आठ इवेंट्स में 12 खिलाड़ियों को पदक जीतने का मौका मिलेगा। इनमें कई  पदकों की अभी उम्मीद है। इन इवेंट्स में एथलेटिक्स, बैडमिंटन, शूटिंग और तीरंदाजी की प्रतियोगिताएं शामिल हैं। बैडमिंटन में तो दो स्वर्ण पर भारत की ही दावेदारी है इनमें से प्रमोद ने शनिवार दोपहर पदक जीत कर शुरुआत कर दी है।

तीसरे दिन से खुला खाता, फिर हर दिन बरसे पदक

टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने गेम्स के तीसरे दिन रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोला था, वहीं निषाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद में 2.06 मीटर की उछाल भरते हुए एशियाई रिकॉर्ड की बराबरी की और एक और रजत पद भारत के नाम किया। इसके बाद से सिलसिला प्रतिदिन जारी रहा

स्वर्णि सोमवार से मेहरबान हुआ पदकों का मानसून  

भारत के लिए पैरालंपिक का सबसे बेहतर रहा छठा दिन, सुबह ही अवनि लेखरा ने 10 मीटर शूटिंग में गोल्ड जीता और विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। इसी दिन भाला फेंक में देवेंद्र झझारिया ने रजत पदक जीता और सुंदर सिंह गुर्जर ने कांस्य पर कब्जा जमाया। पुरुषों के डिस्कस थ्रो इवेंट में योगेश कठुरिया ने चांदी जीत ली। दिन का दूसरा स्वर्ण पदक आया भाला फेंक से, जिसमें सुमित अंतिल ने अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ा और 68.55 मीटर दूर भाला फेंक कर भारत की पदक तालिका को और ऊपर पहुंचा दिया। सोमवार को पांच पदकों की जीत से तालिका में कुल सात पदक हो गए।

मंगलवार को स्वर्ण, रजत व कांस्य सभी तरह के पदक

मंगलवार को भारत की झोली में स्वर्ण-रजत-कांस्य सभी तरह के पदक गिरे। पुरुषों के 10 मीटर पिस्टल शूटिंग में सिंहराज अढाना ने कांस्य पदक जीता, जबकि पुरुषों की ऊंची कूद में मरियप्पन थंगावेलु ने रजत पदक पर कब्जा जमाया। यह पैरालंपिक में उनका कुल दूसरा रजत पदक बना। इसी इवेंट में थंगावेलु के ही साथी शरद कुमार ने कांस्य पदक अपने नाम किया। मंगलवार तक भारत के खाते में कुल 10 पदक आ चुके थे।

बुधवार को निराशा

भारतीय पैरालंपियन आज खास प्रदर्शन नहीं कर पाए और भारत के लिए पदक तालिका में बुधवार को कोई भी सुधार देखने को नहीं मिला। रविवार से लेकर मंगलवार तक भारतीय दल कोई ना कोई पदक जीत रहा था लेकिन बुधवार को भारतीय दल के लिए शांत दिन रहा। भारत के अमित कुमार और धरमबीर तोक्यो पैरालम्पिक में बुधवार को एफ-51 पुरूषों की क्लब थ्रो स्पर्धा में क्रमश: पांचवें और आठवें स्थान पर रहे।

गुरुवार-शुक्रवार को ऊंची छलांग

ऊंची कूद खिलाड़ी प्रवीण कुमार ने शुक्रवार को पुरुषों की T64 स्पर्धा में रजत पदक के साथ टोक्यो पैरालंपिक में भारत की तालिका में एक और पदक जोड़ दिया। प्रवीण कुमार का रजत पदक भारत का 11वां पदक था। बाद में शुक्रवार को  पैरा शूटर अवनि लखेरा ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3-पोजिशन SH 1 इवेंट में कांस्य जीतकर भारत के पदकों की संख्या 12 कर दी। इसी दिन रिकर्व पैरा तीरंदाज़ हरविंदर सिंह  मेंस इंडिविज़ुअल रिकर्व ओपन इवेंट में कांस्य पदक जीता

हरविंदर सिंह का पदक पैरालंपिक खेलों में तीरंदाजी में भारत का पहला पोडियम मेडल रहा। उन्होंने दक्षिण कोरिया के किम मिन सु को शूट-ऑफ में 6-5 से हराकर टोक्यो 2020 में भारत की झोली में दिन का तीसरा पदक डाला। इसतरह शुक्रवार के अंत तक भारत की झोली में 13 पदक आ गए।

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