






नई दिल्ली, 16 अगस्त। महाभारत काल में कुरुवंश का साम्राज्ञी रही गांधारी का मायका अब तालिबानी फंदे में कसमसा रहा है। स्थिति भयावह हो गई है, लोग जीवनरक्षा के लिए बिना सामान ही देश छोड़कर भाग रहे हैं। परिणामस्वरूप काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ जमा हो गई है। इस एयरपोर्ट पर भगदड़ की स्थिति के कारण भीड़ को नियंत्रण के प्रयास में अमेरिकी सैनिकों को बीच-बीच में हवाई फायरिंग भी करनी पड़ रही है।
गोलीबारी में पांच लोगों की मौत भी हो गई है। इसके अलावा एक अमेरिकी विमान के टायर के स्थान में छिप कर जा रहे तीन व्यक्तियों की ऊंचाई से नागरिक आवास की छत पर गिरने से तत्काल मौत हो गई।
‘तालिबान’ के शिकंजे में अफ़गानी लोकतंत्र, 34 में से 5 राजधानियों पर अधिकार
अफगानिस्तान की स्थितियां लगातार बिगड़ती जा रही हैं। तालिबान ने अफगानिस्तान के अधिकांश भाग पर कब्जा जमा लिया है। उसने कंधार, हेरात, मजार-ए-शरीफ और जलालाबाद जैसे शहरों समेत 34 में से 25 प्रांतीय राजधानियों पर अधिकार कर लिया है। काबुल एयरपोर्ट पर जीवनरक्षा के लिए उमड़े भीड़ के सैलाब को थामने की गई अमेरिकी सैनिकों की फायरिंग में पांच लोगों की मौत हो गयी है। अंततः विमानपत्तन केंद्र को बंद कर दिया गया है।
फंसे हुए लोगों को बचाने की चिंता, विदेश मंत्रालय और एयर इंडिया जुटे
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने ट्विटर पर दावा किया है कि अफगानी स्टार क्रिकेटर राशिद खान का परिवार अफगानिस्तान में फंस गया है। राशिद खान ब्रिटेन में टूर्नामेंट खेल रहे हैं। परिवार को निकालने के लिए बहुत चिंतित हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार एयर इंडिया को काबुल से आपातकालीन निकासी के लिए दो विमानों को स्टैंडबाय पर रखने के लिए कहा गया है। एयर इंडिया ने काबुल से नई दिल्ली के लिए आपातकालीन ऑपरेशन के लिए एक दल तैयार कर लिया है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आश्वस्त किया है कि अफगानिस्तान में फंसे हिंदुओं और सिखों को वहां से निकालने के लिए विदेश मंत्रालय और अन्य संस्थान व्यवस्था करेंगे।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा–एक साल में चीन-पाकिस्तान करेंगे भारत पर आक्रमण
अफगानिस्तान में बदलते हालात ने भारत की चिंता भी बढ़ा दी है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने देश की सभी सीमाओं पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होना भारत के लिए शुभ संकेत नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ट्वीट किया, ‘‘अफगानिस्तान का तालिबान के हाथों में जाना हमारे देश के लिए शुभ संकेत नहीं है। यह भारत के विरुद्ध चीन-पाकिस्तान सांठगांठ को मजूबत करेगा। संकेत बिलकुल अच्छे नहीं हैं, हमें अब अपनी सीमाओं पर अतिरिक्त सजगता की आवश्यकता है।’’ उन्होंने अफगानिस्तान में फंसे 200 सिखों को वापस लाने की मांग भी की है। कांग्रेस नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री की तरह भाजपा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तो भविष्यवाणी ही कर दी है कि अफगानिस्तान के नियंत्रण में आने के कारण अब चीन और पाकिस्तान एक साल बाद भारत के विरुद्ध युद्ध छेड़ सकते हैं।