नई दिल्ली, 07 अगस्त। टोक्यो ओलंपिक में भारत का एथलेटिक्स में मेडल जीतने का 121 साल की प्रतीक्षा समाप्त हो गई है। महाराणा प्रताप के देश में जन्मे नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर दूर भाला फेंक कर भारत के लिए स्वर्ण-पदक जीत लिया। भारतीय सेना के सूबेदार नीरज ने पहले प्रयास में 87.03 मीटर और दूसरी बार में 87.58 मीटर दूर भाला फेंका। इसके साथ ही दूसरा शुभ समाचार बजरंग पूनिया का कांस्य-पदक रहा। इस तरह शनिवार 07 अगस्त को मां भारती की झोली बेटों ने एक स्वर्ण और एक कांस्य से भर दी।

एथलेटिक्स में पहला और ओलंपिक में 3 साल बाद भारत को मिला स्वर्ण-पदक

ओलिंपिक में 13 साल बाद भारत को किसी खेल में स्वर्ण-पदक मिला है। इससे पहले 2008 में बीजिंग ओलिंपिक निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर-राइफल का गोल्ड स्वर्ण-पदक जीता था। यह ओलिंपिक गेम्स में भारत का अब तक का 10वां गोल्ड-मेडल है। भारत ने इससे पहले हॉकी में आठ और शूटिंग में एक स्वर्ण-पदक जीता है। नीरज ने भारत के लिए दूसरा व्यक्तिगत स्वर्ण-पदक जीता है।

टोक्यो साबित हुआ भारत का सबसे सफल ओलिंपिक
टोकियो ओलंपिक भारत का अब तक का सबसे सफल ओलिंपिक खेल बन गया है।  लंदन ओलिंपिक में भारत ने छह मेडल जीते थे। टोक्यो ओलिंपिक में भारत ने 7 मेडल जीत लिए हैं। नीरज के गोल्ड के अलावा मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर, पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में ब्रॉन्ज और लवलिना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

इसके अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज और कुश्ती में रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता। वहीं बजरंग पूनिया ने भी शनिवार को ब्रॉन्ज मेडल जीता।

ट्रैक एंड फील्ड में भारत का पहला ओलिंपिक पदक नीरज के नाम
ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स यानी एथलेटिक्स किसी भी ओलिंपिक गेम्स का सबसे मुख्य आकर्षण होते हैं। नीरज चोपड़ा से पूर्व कोई भारतीय एथलेटिक्स में पदक नहीं जीत सका था। हालांकि, ब्रिटिश इंडिया की ओर से खेलते हुए नॉर्मन प्रिचार्ड ने साल 1900 में हुए ओलिंपिक में एथलेटिक्स में दो पदक जीते थे, लेकिन वह भारतीय नागरिक नहीं थे।

इससे पहले पांच बड़े इवेंट में जीत चुके हैं स्वर्ण-पदक, भारतीय सेना में हैं नीरज
भारतीय सेना में सूबेदार नीरज चोपड़ा अपने कॅरियर में ओलिंपिक से पहले पांच बड़े खेल आयोजनों में स्वर्ण-पदक जीत चुके हैं। उन्होंने एशियाई खेल, राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई चैंपियनशिप, दक्षेस खेल और विश्व जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण-पदक अपने नाम किया है। हरियाणा के पानीपत जिले के नीरज वजन कम करने के लिए एथलेटिक्स में आए थे। जल्द ही वह आयु-समूह की प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने लगे और कई बार विजयी हुए। वह 2016 में भारतीय सेना में भर्ती हो गए।  

बजरंग पूनिया ने कज़ाकस्तान के पहलवान को चटाई धूल

भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने 65 किलोग्राम भर समूह में कज़ाकस्तान के पहलवान नियाजबेकोव दौलत को 8-0 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया पहले दौर में बजरंग ने शानदार शुरुआत की और कजाकस्तानी पहलवान नियाजबेकोव पर 1-0 की बढ़त बनाई। बजरंग ने फिर एक अंक के बढ़त के साथ स्कोर को 2-0 कर कर दिया। बजरंग ने पहले दौर में 2-0 से आगे रहे। वही, दूसरे दौर में भी पूनिया ने शानदार शुरुआत और लगातार चार अंक हासिल किया। इसी के साथ बजरंग ने कजाकस्तानी पहलवान नियाजबेकोव पर 6-0 की बढ़त बना ली। फिर बजरंग ने दो अंक हासिल कर 8-0 की बढ़त बना ली और मैच के साथ साथ ब्रॉन्ज मेडल भी अपने नाम कर लिया। 

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