नई दिल्ली, 08 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्तमान कैबिनेट पर नजर डालें तो समझा जा सकता है कि यहां महिला शक्ति को भी पूरा सम्मान दिया गया है। मोदी की कैबिनेट में कुल 11 महिला हैं। नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान भी मंत्रिपरिषद में अधिकतम महिला मंत्रियों की संख्या 9 पहुंची थी, जिनमें छह कैबनेट में थीं, हालांकि अब उनकी संख्या 11 हो गई है। आधी आबादी की ‘शक्ति’ को सम्मान ताकि चुनाव में मिले भरपूर समर्थन….
केंद्रीय मंत्रि-मंडल में बुधवार को बड़ा फेरबदल किया गया। कुल 43 नए नेताओं ने मंत्रीपद की शपथ ली। नए मंत्रीमंडल में सात और महिला मंत्रियों को शामिल किया गया। जिसके साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार में महिला मंत्रियों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। यह पिछली किसी भी सरकार के मुकाबले महिला मंत्रियों की सबसे ज्यादा संख्या है। इससे पहले 2004 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी 11 महिला मंत्री शामिल थीं, जबकि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दोनों कार्यकालों में महिला मंत्रियों की अधिकतम संख्या 10 तक ही पहुंच पाई थी। नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान भी मंत्रिपरिषद में नौ महिला मंत्री थीं, जिनमें छह कैबनेट में थीं।
आदि शक्ति के सुपुर्द चुनाव-2022-24 की विजय, पश्चिम बंगल के परिणामों से सीख
ज्ञातव्य है कि इतनी बड़ी संख्या में महिला मंत्रियों को कैबिनेट में सम्मिलित करने का निर्णय दो विगत दिनों संपन्न विधानसभा चुनावों के परिणामों को दृष्टिगत रखते हुए लिया गया, जहां महिलाओं ने बड़े स्तर पर परिणामों को प्रभावित किया। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला मतदाता आधार को लुभाने में सफल रहे, इसके बाद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को महिला मतों की वजह से कड़ी टक्कर के बावजूद भाजपा पर जीत मिली। स्पष्ट है कि 2022-24 के चुनावों में भाजपा अब महिला मंत्रियों के जरिए महिला मताधार को साधने का भरसक प्रयास करेगी।
नई महिला मंत्रियों में उत्साह, पूरी ऊर्जा के साथ करेंगीं काम
भाजपा की मीनाक्षी लेखी, शोभा कारंदलजे, दर्शना ज़रदोश, अन्नपूर्णा देवी, प्रतिमा भौमिक, भारती पवार और अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। इनमें अनुप्रिया को छोड़कर सभी छह नेता पहली बार केंद्रीय मंत्री बनी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली पहली सरकार में अनुप्रिया स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री थीं।
इन सात नई महिला मंत्रियों के साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, महिला एवं बाल विकास व फोषण खाद्य मंत्री स्मृति ईरानी और राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति व रेणुका सिंह सरूता पहले ही मंत्रि-मंडल में शामिल हैं। हालांकि बुधवार सुबह ही महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबश्री चौधरी ने इस्तीफा दिया था।