






जयपुर, 12 जनवरी। जयपुर में सोमवार को दिनदहाड़े आरएएस अफसर की बहन को बंधक बनाकर घर में हत्या कर दी गई थी। वारदात सुबह करीब 8:30 बजे हुई, पुलिस ने करीब छह घंटों की छानबीन में हत्यारे पड़ोसी युवक को हिरासत में ले लिया। सख्त पूछताछ में युवक ने स्वीकार कर लिया कि सुबह कॉलोनी में कुत्ता घुमाने के दौरान उसका विद्या देवी से विवाद हुआ था, वह अक्सर उसे टोकती थी।
सरकारी स्कूल में शिक्षिका विद्यादेवी सुबह जब दूध लेने गई थीं तब पालतू कुत्ते को घुमा रहे 20 वर्षीय पड़ोसी कृष्ण कुमार से विवाद हुआ था। सूत्रों के अनुसार कृष्णकुमार आवारा किस्म का युवक है, और विद्यादेवी उसे आए दिन टोकती रही थीं। सुबह के विवाद के बाद कृष्णकुमार ने बदला लेने की ठान ली थी। उसने घर में घुसकर विद्या देवी की गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात के बाद उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए लूट की घटना दिखाने के लिए विद्या देवी के हाथ-पैर बांध दिए, और उनके मुंह में कपड़ा ठूंस कर घर में रखी चुन्नियों से रेलिंग में बांधकर भाग निकला। जाते-जाते कृष्णकुमार ने विद्यादेवी का मोबाइल फोन व अन्य कीमती सामान भी पार कर लिया। शिप्रापथ थाना पुलिस ने कृष्ण कुमार को गिरफ्तार कर सोमवार देर रात प्रेस कॉफ्रेंस कर पूरी घटना का खुलासा किया।
चेहरे पर खरोंच के निशान से हुआ संदेह
पुलिस की 10 टीमों में 100 पुलिसकर्मियों ने कॉलोनी में करीब 200 मीटर के दायरे में हर घर में अलग-अलग पूछताछ की। आसपास के सभी मकानों में जांच की गई, सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर पड़ोस में रहने वाले दो सगे भाईयों को हिरासत में लिया। विद्यादेवी के घर से सटे घर में रहने वाले कृष्णकुमार के चेहरे पर खरोंच के निशान थे, वह फेस मास्क भी पहने हुए था। पूछताछ में उसने बताया कि पालतू कुत्ते के साथ खेलने के दौरान उसका पंजा लगने का निशान है। दूसरे पड़ोसियों ने पूछताछ में बताया कि सोमवार सुबह कृष्णकुमार और विद्या देवी के बीच कुत्ता घुमाने के दौरान फिर कहासुनी हुई थी। पड़ोसियों ने यह भी बताया कि कृष्णकुमार आवारा किस्म का लड़का है। लिहाजा संदेह की सुई कृष्णकुमार पर आकर टिक गई।
बेटे के विवाह की तैयारियों के लिए लिया था अवकाश
ज्ञातव्य है कि राजस्थान की राजधानी शिप्रापथ इलाके में सोमवार दिनदहाड़े 55 वर्षीय सरकारी स्कूल टीचर विद्या देवी की हत्या कर दी गई थी। वारदात के समय विद्या घर पर अकेली थी। वह गुर्जर की थड़ी स्थित एक सरकारी स्कूल में टीचर थीं। विद्या देवी के इंजीनियर बेटे अभिनव चतुर्वेदी का 15 फरवरी को विवाह तय था, इसकी तैयारियों के लिए ही विद्या देवी अवकाश पर थीं। उनके भाई युगांतर शर्मा जयपुर में बतौर एडीएम पदस्थ हैं। विद्यादेवी का बेटा अभिनव भोपाल में एक आईटी कंपनी में नौकरी करता है, वह खुद जयपुर में अकेली ही रहती थी।
रोज करती थीं DP अपडेट, नहीं किया तो स्कूल से साथियों ने किया फोन
विद्या देवी की आदत थी कि वह रोज सुबह पूजा के बाद लड्डू गोपाल की फोटो की डीपी लगाती थी। सोमवार सुबह जब डीपी अपडेट नहीं हुई तो स्कूल के स्टाफ ने उन्हें कॉल भी किया, लेकिन, अटैंड नहीं हुआ। कई बार कॉल करने के बाद भी जब फोन नहीं उठा तो स्कूल स्टाफ ने पड़ोस में रहने वाले राजेश जैन को फोन कर विद्या देवी से बात करवाने के लिए कहा।
दूध लेने और गाय को चारा खिलाया फिर नहीं आईं नज़र, रैलिंग में बंधी मिली लाश
पड़ोसियों के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब 7 बजे विद्या देवी को घर से बाहर जाकर दूध लेते हुए देखा गया था। इसके बाद वह गाय को चारा डालने भी गईं थी। राजेश जैन घर ने विद्या देवी के घर के बाहर जाकर आवाज लगाई। लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसके बाद जैन ने अपने बेटे को बुलाया और मकान के ऊपर की छत से घर में जाकर देखने के लिए कहा। जब बेटा ऊपर गया तो वह चीख पड़ा। वहां रेलिंग से बंधा उनका शव पड़ा हुआ था।
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