भारत वासी अब नहीं सुन सकेंगे स्वरकोकिला की दिव्य रागमयी कूक, खुश रहना देश के प्यारों गा लता दीदी अंतिम सफर के लिए रवाना

उनके गाए 30 हजार से भी अधिक गीतों की विशाल समुद्र ने, भारत के सार और सुंदरता को प्रस्तुत करते हुए कई पीढ़ियों को उनकी आंतरिक भावनाओं की अभिव्यक्ति प्रदान की है। उनका स्थान हमेशा रिक्त रहेगा।

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