राजेश 20 साल से इंदौर के निपानिया स्थित युवराज फार्म हाउस में रह रहा था। पिता जगदीश विश्वकर्मा की नागदा (उज्जैन) में थ्रेशर बनाने की फैक्ट्री है, बड़ा भाई पिता के साथ बिजनेस संभालता है। राजेश की गलत हरकतों की वजह से परिवार ने 2018 में ही उससे पूरी तरह नाता तोड़ लिया था। वह पैतृक संपत्ति बेचकर अय्याशी करता था। राजेश ने 50 करोड़ कीमत के फार्म हाउस के समीप एक जमीन का टुकड़ा कुछ वर्ष पूर्व ही करोड़ों में बेचा था। इंदौर में उसकी मैत्री अंकेश बघेल, विपिन भदौरिया और विवेक से हुई। नौकर के रूप में राजेश के साथ रहने वाले अंकेश और विवेक का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
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