रोम। दुष्कर्मियों से पूरी दुनिया परेशान है। इटली भी इससे अछूता नहीं है। यहां पिछले दिनों दो बहनों के साथ हुए बलात्कार के मामले में सरकार ने सख्त कानून बनाने पर काम करना शुरु किया। इसके बाद इटली ने इस मामले में नई सजा की घोषण कर दी है। इटली ने रासायनिक बधियाकरण को वैध बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इसे लेकर सांसदों ने एक समिति के गठन को मंजूरी दे दी है। समिति हिंसक यौन अपराधियों के उपचार के लिए एंड्रोजन अवरोधक दवाओं से कानून का मसौदा तैयार कर सकेगी। जिसके चलते बलात्कारियों को बधियाकरण की सजा दी जा सकेगी। रोम में संसद के निचले सदन ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया कि उपचार सहमति से होना चाहिए, प्रतिवर्ती होना चाहिए और इसका उद्देश्य दोबारा अपराध करने के जोखिम को कम करना होना चाहिए। इसने सरकार को संबंधित समिति की स्थापना करने के लिए प्रतिबद्ध किया है।
प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी का दक्षिणपंथी प्रशासन कानून और व्यवस्था के मामले में सख्त दिखने की कोशिश कर रहा है। 2022 में सत्ता में आने के बाद से, उनकी सरकार ने दर्जनों नए अपराध और बढ़ी हुई सज़ाएं स्थापित करने वाले कानून पेश किए हैं। मेलोनी ने नेपल्स के किनारे स्थित एक वंचित शहर कैवानो के पुनर्विकास का नेतृत्व किया है, जो दो किशोर चचेरी बहनों के सामूहिक बलात्कार के बाद अपराध और अभाव का प्रतीक बन गया, जिसके लिए पांच लोगों को दोषी ठहराया गया था। मेलोनी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि अगले कुछ महीनों के लिए सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। हालांकि विपक्ष मेलोनी के इस फैसले का विरोध कर रहा है। विपक्षी समूहों ने प्रस्तावों को चरमपंथी और मानवता और न्याय का उल्लंघन कहा है।
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