वाशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहीं भारतीय मूल की कमला हैरिस को जमकर चंदा मिल रहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह संभावना वास्तविकता बन जाए हैरिस समर्थकों ने डेमोक्रेटिक पार्टी को जमकर चंदा भेजना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट ने यह भी खुलासा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के दौड़ से हटने के बाद से डेमोक्रेट्स के लिए फंडिंग में एक बड़ा बदलाव देखा गया है। हैरिस के एक सलाहकार ने बताया कि पार्टी में कमला हैरिस के विरोधी भी उनके अभियान में योगदान देने के लिए अपनी जेबें खोल रहे हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए धन उगाहने वाले प्लेटफॉर्म ने रविवार को बाइडन की घोषणा के बाद सिर्फ सात घंटों में लगभग 47 मिलियन डॉलर जुटाने की सूचना दी। एक स्थानीय अखबार ने खुलासा किया कि रविवार और सोमवार के दौरान, प्लेटफॉर्म ने सभी उम्मीदवारों और कारणों के लिए कुल मिलाकर लगभग 67 मिलियन डॉलर का दान दर्ज किया। हैरिस के अभियान ने रविवार और सोमवार शाम के बीच अपनी सभी धन उगाने वाली समितियों में 100 मिलियन डॉलर जुटाने की सूचना दी। जो मैनहट्टन व्यापार धोखाधड़ी मामले में मई में दोषी ठहराए जाने के बाद ट्रम्प के अभियान द्वारा जुटाए गए 53 मिलियन डॉलर से काफी ज्यादा है।
अगर अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी अगस्त में शिकागो में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुनती है, तो यह अमेरिकी लोकतंत्र के दो सदियों के इतिहास से अधिक समय में केवल दूसरी बार होगा, जब अमेरिकी मतदाता यह चुनाव कर सकेंगे कि वे अपना नेतृत्व करने के लिए किसी महिला को चुनेंगे या नहीं। उन्होंने केवल एक अश्वेत राष्ट्रपति बराक ओबामा को चुना है, मगर कभी किसी महिला को नहीं चुना है। अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति चुनी जाती हैं, तो वे न केवल अमेरिकी राजनीति में सबसे कठिन परीक्षा को पार करेंगी, बल्कि वे पहली भारतीय अमेरिकी, पहली एशियाई, पहली अश्वेत महिला और जमैका मूल की पहली व्यक्ति भी बनेंगी, जो इस पद पर पहुंचेंगी। हैरिस के अभियान के अनुसार 1।1 मिलियन से ज्यादा दानदाताओं ने इसमें योगदान दिया, जिनमें से 62 फीसदी इस चुनाव चक्र में पहली बार दान करने वाले थे। एजेंसियों के पोल में पाया गया कि कमला हैरिस ने रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प पर मामूली दो प्रतिशत अंकों की बढ़त हासिल की है। राष्ट्रीय सर्वेक्षण में ट्रम्प को 42 और हैरिस को 44 फीसदी समर्थन मिला है। बहरहाल मतदाताओं में से 56 फीसदी ने इस कथन पर सहमति जताई कि 59 वर्षीय हैरिस मानसिक रूप से तेज हैं और चुनौतियों से निपटने में सक्षम हैं। जबकि 49 फीसदी ने 78 वर्षीय ट्रंप के बारे में यही कहा। बहरहाल इससे ट्रंप पर कोई असर नहीं पड़ा है, जो मानते हैं कि कमला हैरिस को हराना ‘आसान होगा।’
Ira Singh Khabar Khabaron Ki,16 Sep’24 Prime Minister Narendra Modi today inaugurated the 4th…
मॉस्को। रूस और चीन के बीच बढ़ती दोस्ती अब सैन्य मदद के रूप में सामने…
मास्को। रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच राहत की खबर आई है। संयुक्त अरब…
वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने फ्लोरिडा स्थित घर में गोल्फ खेल रहे…
पेरिस। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की दूसरी कोशिश के बाद अमेरिकी खुफिया…
नई दिल्ली। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा जहां 400 पार का नारा लगा…