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पुतिन ने किम को तोहफे में दी शानदार कार, दोस्त के लिए बन गए ड्राइवर

मॉस्को । रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन जब उत्‍तर कोरिया के दौरे पर पहुंचे तब अपने मित्र और तानाशाह किम जोंग उन को ऐसा तोहफा दिया, जिसकी चमक पूरी दुनिया में फैल गई। पुतिन ने लिमोजिन कार तानाशाह किम जोंग को तोहफे में दी है। इस कार को रॉल्‍स रॉयल्‍स की कॉपी कहा जा रहा है, लेकिन कार की खासियत दुनियाभर की गाड़ियां इसके आगे पानी भरती हैं। न सिर्फ कीमत बल्कि फीचर्स भी कार को पूरा बंकर बना देते हैं।

दरअसल, ऑरस लिमोजिन कार को खासतौर पर पुतिन के लिए ही बनाया गया है। जाहिर है कि इसकी खूबियां भी जबरदस्‍त होंगी। इस कार को पुतिन के खास निर्देश पर बनाया गया है और पहली बार साल 2018 में उतारी गई। इसका डिजाइन रूस की कंपनी नामी ने तैयार किया है, जबकि मॉडल को रूस की सेंट्रल साइंटिफिक रिसर्च ऑटोमोबाइल और ऑटोमोटिव इंजन इंस्‍टीट्यूट ने मिलकर विकसित किया है। ऑरस कंपनी की इस सीनेट ब्रांड के 3 मॉडल आते हैं। इसमें स्‍टैंडर्ड सीनेट, सीनेट लांग और सीनेट लिमोजिन शामिल है। रूसी कंपनियों का कहना है कि यह 1940 में सोवियत काल के समय बनी जेडआईएस 110 सोवियत लिमोजिन से प्रेरित है। किम जोंग उन के पास पहले से ही मर्सिडीज के चार मॉडल और एक लेक्‍सस कार है। अब उनके बेड़े में रूस की यह सुपर कार भी शामिल हो गई है।

यह कार 6,700 मिमी (6.70 मीटर) लंबी है और इसका वजन 2,700 किलोग्राम है। कार को पूरी तरह बुलेट प्रूफ बनाया गया है और इस पर गोलियों या बम का जरा भी असर नहीं होता। चाहे गाड़ी पर बम फेका जाएं या जमीन में रखकर विस्‍फोट किया जाए, यह कार नीचे से ऊपर तक पूरी तरह सुरक्षित है। कार में सेल्‍फ कंटेन ऑक्‍सीजन सप्‍लाई सिस्‍टम है, जबकि टायर फ्लैट रबर से बने हैं। कार के अंदर ही सिक्‍योर लाइन कम्‍युनिकेशन सिस्‍टम है, जो दुनिया में कहीं भी बात करने की सुविधा देता है। इतना ही नहीं यह कार खुद भी कई तरह के घातक हथियारों से लैस है। ये फीचर कार को एक बंकर में तब्‍दील कर देते हैं।

ऑरस लिमोजिन में 6.6 लीटर वी12 इंजन लगा है। यह 850 बीएचपी की पावर जेनरेट करता है। इसका इंजन बनाने में पोर्शे ने भी मदद की है। भारत में बिकने वाली लग्‍जरी एसयूवी फॉर्च्‍यूनर के मुकाबले इसमें 4 गुना से भी ज्‍यादा ताकत है। फॉर्च्‍यूनर 201 बीएचपी की पावर जेनरेट करता है। जाहिर है कि यह ऐसी 4-4 कारों को एकसाथ खींच सकता है। सबसे पहले इसे साल 2018 में उतारा गया था, तब इसकी कीमत 1.6 लाख डॉलर (1.32 करोड़ रुपये) थी। साल 2021 में इसकी कीमत रिवाइज करके 3 लाख डॉलर (2.40 करोड़ रुपये) कर दी गई। रूसी एजेंसियों के मुताबिक, 2024 में अब तक रूस में इसके 40 मॉडल की बिक्री हुई है। साल 2022 में सिर्फ 31 कारों की ही बिक्री हुई थी।

Gaurav

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