दिल्ली : आज का खस्ताहाल पाकिस्तान इस कदर कर्ज के बोझ तले दबा है कि उसके पास सरकारी खर्चों के लिए भी पैसा नहीं है. इस बदहाली से निकलने के लिए उसे बार-बार सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, चीन और तुर्की जैसे देशों के सामने हाथ फैलाने पड़ रहे हैं. सऊदी अरब और चीन के बाद पाकिस्तान की बदहाली पर तरस खाकर यूएई भी उसकी मदद के लिए आगे आया है. यूएई ने कहा है कि पाकिस्तान को इस हालत से निकालने के लिए वह 10 बिलियन डॉलर की मदद करेगा. हालांकि, यह मदद निवेश करके की जाएगी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ यूएई के दौरे पर हैं. गुरुवार (23 मई) को राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल-नाहयन से मुलाकात कर उन्हें बताया कि देश किस तरह बदहाली के दौर से गुजर रहा है. इसके बाद यूएई के राष्ट्रपति मदद के लिए तैयार हो गए और 10 बिलियन डॉलर की मदद का ऐलान किया. यूएई विभिन्न सेक्टर्स में यह रकम लगाएगा. अगर 63 साल पीछे मुड़कर देखें तो पाकिस्तान की हालत ऐसी नहीं थी. बंटवारे के बाद तीस साल तक उसकी विकास दर ऊंचाईयों पर थी, जबकि भारत उससे कई गुना पीछे था.
1961 से 1991 के बीच कितनी थी भारत और पाकिस्तान की विकास दर-
साल भारत की जीडीपी विकास दर (प्रतिशत में)पाकिस्तान की जीडीपी विकास दर (प्रतिशत में)
तीन सालों में पाकिस्तान जीडीपी ग्रोथ 10 फीसदी से भी ज्यादा
1961 से 1991 के बीच हर साल पाकिस्तान ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रॉडक्ट यानी जीडीपी की ग्रोथ रेट के मामले में भारत से आगे था. वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों के अनुसार 1965, 1970 और 1980 ये वो साल हैं, जब पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ रेट 10 फीसदी से भी ज्यादा थी. आंकड़ों के हिसाब से 1965 में पाकिस्तान की विकास दर 10.42 थी और उसी साल में भारत बेहद कमजोर हालत में था. उसकी जीडीपी ग्रोथ रेट -2.64 फीसदी थी. वहीं, 1970 में पाकिस्तान के मुकाबले भारत के ग्रोथ रेट आधी थी. जब पाकिस्तान 11.35 फीसदी की दर से विकास कर रहा था, जबकि भारत 5.16 फीसदी पर था. 1980 की बात करें तो 10.22 फीसदी से ग्रोथ कर रहा था, जबकि की विकास दर भारत 6.74 फीसदी थी।
इन दो सालों में बेहद खराब थी भारत की विकास दर
1965 और 1979, ये दो साल ऐसे थे जब भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट नेगेटिव में थी. 1965 में भारत -2.64 फीसदी पर था, जबकि 1979 में जीडीपी ग्रोथ रेट -5.24 फीसदी थी. 1992 तक पाकिस्तान भारत के मुकाबले ज्यादा मजबूत हालत में था, लेकिन इसके बाद चीजें बदलनी शुरू हुईं और भारत आगे निकल गया। हालांकि, साल 2020 में भारत और पाकिस्तान की ग्रोथ रेट में बड़ी तेजी से गिरावट देखी गई और यह आंकड़ा नेगेटिव में चला गया, लेकिन भारत की जीडीपी पाकिस्तान के मुकाबले ज्यादा नीचे चली गई। ये वही दौर था जब कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में कोहराम मचाया हुआ था, लॉकडाउन के कारण लोगों की बिक्री कम होने लगे और व्यापारियों को भी बहुत नुकसान हुआ. 2020 में पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ रेट -1.27 और भारत की -5.83 फीसदी थी।2021 में 9.05 और 2022 में 6.51 फीसदी के साथ भारत फिर से आगे आ गया. इन दो सालों में पाकिस्तान की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.24 और 4.71 फीसदी थी।
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