-कल अरविंद केजरीवाल की पत्नी ने पूर्वी दिल्ली में आप उम्मीदवार के समर्थन में किया था रोड शो
नई दिल्ली। सतारुढ़ बीजेपी और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच दिल्ली में होने वाले लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले पोस्टर वॉर शुरु हो गया है। इसी क्रम में दिल्ली बीजेपी ने दिल्ली सीएक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से आप का नया चेहरा बनकर उभरीं उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल पर पोस्टर के जरिए हमला बोला है। सुनीता केजरीवाल ने शनिवार को पूर्वी दिल्ली में आप उम्मीदवार कुलदीप कुमार के समर्थन में रोड शो किया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, सुनीता केजरीवाल जब रोड शो कर रही थीं तब बीजेपी ने पूर्वी दिल्ली में उनका एक पोस्टर चस्पा कर दिया, जिस पर लिखा था, दिल्ली की राबड़ी देवी श्रीमती सुनीता केजरीवाल। इसके अलावा दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सिविल लाइंस स्थित केजरीवाल के आवास के पास एक फ्लैक्स लगाया है ।
बोर्ड पर लिखा है, शीश महल – भ्रष्टाचार का अड्डा, मुख्यमंत्री निवास (शीश महल – भ्रष्टाचार का केंद्र, मुख्यमंत्री का निवास) और फ्लैक्स में एक तीर बना है जो अरविंद केजरीवाल के घर की और इशारा करता दिखाया है। बता दें कि, बीजेपी अरविंद केजरीवाल के घर को शीश महल कहती है और पार्टी का आरोप है कि इसके सौंदर्यीकरण पर करीब 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। अरविंद केजरीवाल के घर के पास लगे फ्लैक्स बोर्ड के बारे में सचदेवा ने कहा कि हमने वह रास्ता दिखाया है जहां से दिल्ली को लूटने की योजना बनाई गई थी। केजरीवाल के पद न छोड़ने के पीछे यही कारण है। उन्होंने कहा कि लोग दिल्ली में लालकिला, कुतुबमीर जैसे राष्ट्रीय स्मारकों को देखने आते हैं। उन्हें भ्रष्टाचार के केंद्र, शीश महल की एक झलक देखने के लिए भी यहां आना चाहिए। वहीं इसके चलते आप ने भी अपना विरोध तेज कर दिया है। पूर्वी दिल्ली में सुनीता केजरीवाल के रोड शो के दौरान आई लव केजरीवाल अंकल वाले पोस्टर देखे गए। आप पार्टी चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनावी मुद्दा बना रही है। बता दें ईडी ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। वह 1 अप्रैल से तिहाड़ जेल में बंद हैं और 7 मई तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ राजनीतिक साजिश रचने का आरोप लगाया है और कहा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने से रोक रही है। दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं और यहां 25 मई को एक ही चरण में मतदान होना है।