मुरैना, 17 अगस्त। रविवार को मुरैना से सटे गांव दतहरा में जब कृषि राज्य मंत्री गिर्राज दंडौतिया पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनकी टीम का घेराव कर मुर्दाबाद के नारे लगाए। आक्रोशित गांव वालों ने मंत्री की कार्यशैली को लेकरविरोध जताया और उन पर अपरधियों को प्रोत्साहन देने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि गांव के भदौरिया परिवार पर जानलेवा हमला करने वाले बदमाशों के विरुद्ध रिपोर्ट लिखे जाने में देरी होने का कारण मंत्री दंडौतिया का हमलावरों को प्रश्रय माना जा रहा है।
रविवार को जब मंत्री गिर्राज दंडौतिया अपने क्षेत्र के दौरे पर गांव दतहर पहुंचे तो गुस्साए ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया। मामले को तूल पकड़ते देख मंत्री दंडौतिया भीड़ के साथ पीड़ित भदौरिया परिवार के घर पहुंचे और लोगों से चर्चा कर विरोध प्रदर्शन को शांत कराने का प्रयास किया। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि मंत्री के दबाव में माताबसैया पुलिस ने भदौरिया परिवार पर जानलेवा हमले की FIR बहुत देर बाद लिखी, औऱ हमलावरों को बचाव की मौका मिल गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मंत्री, समाज के लोगों से पक्षपात कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, प्रदेश के कृषि राज्यमंत्री गिर्राज दंडौतिया रविवार की दोपहर 2.30 बजे क्षेत्र भ्रमण के दौरान दतहरा पहुंचे। मंत्री दंडौतिया जब लोगों से बातचीत कर रहे थे तभी गांव के 20 से 25 युवक गिर्राज दंडौतिया मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए मंत्री के पास जा पहुंचे।
मंत्री ने भी विरोध प्रदर्शन कर रहे युवकों से पूछा कि बात तो बताओ क्या हुआ। तभी आक्रोशित युवकों ने कहा कि आज गांव के उन लोगों का साथ दे रहे हो जिन्होंने 14 अगस्त की शाम 6 बजे कल्याण सिंह भदौरिया व बलवंत भदौरिया परिवार के लोगों पर जानलेवा हमला किया है। मंत्री ने युवकों को समझाने का प्रयास किया कि उन्होंने कभी किसी के साथ पक्षपात नहीं किया है। दतहरा तो उनका क्षेत्र है, इसलिए वह लोगों से मिलने व उनकी समस्या सुनने आए हैं, लेकिन विरोध प्रदर्शन पर आमादा युवकों ने शोरगुल करते हुए मंत्री की बात को अनसुना कर दिया।
मंत्री के साथी ने दी धमकी-विरोध तो कर रहे हो कल पता भी नहीं चलेगा
मंत्री दंडौतिया के काफिले में उनके साथ चल रहे लोगों ने भी भीड़ को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। पुलिस ने आक्रोशित युवाओं को मंत्री से दूर रखने की कोशिश की लेकिन पुलिस इसमें कामयाब नहीं हुई। हालांकि बाद में भीड़ कुछ शांत होने लगी तभी मंत्री के साथ चल रहे किसी व्यक्ति ने कहा-विरोध तो कर रहे हो कला पता भी नहीं चलेगा। धमकी सुनते ही आक्रोश फिर भड़क गया।
मंत्री पहुंचे पीड़ित परिवार से मिलने, परिजन बोले हम करेंगे चुनाव में विरोध
खुद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी के बाद कृषि राज्यमंत्री दंडौतिया ने स्थिति को संभालने के लिए मौजूद लोगों से कहा कि वह परिवार के घर चलना चाहते हैं। मंत्री दंडौतिया, भीड़ के साथ ही कल्याण सिंह भदौरिया व बलवंत सिंह भदौरिया के घर पहुंचे। वहां पीड़ित परिवार के लोगों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि क्षेत्र में उनकी 200 परिवारों में रिश्तेदारियां हैं। यदि हमारे साथ अन्याय होगा तो चुनाव में विरोध के लिए मजबूर होंगे।
हमला 14 अगस्त को हुआ, और 15 अगस्त को देर रात लिखी गई रिपोर्ट
दतहरा में 14 अगस्त की शाम 6 बजे गांव के आरोपी देवेन्द्र गुर्जर, पुलंदर गुर्जर, ब्रजेश गुर्जर व ऐंदल सिंह गुर्जर ने भदौरिया परिवार के सोनू पुत्र कल्याण सिंह भदौरिया, सुरेश पुत्र बलवंत भदौरिया पर लाठी, कुल्हाड़ी व बल्लम से जानलेवा हमला किया था। गंभीर रूप से घायल सोनू व सुरेश का अभी ग्वालियर में इलाज किया जा रहा है। माताबसैया पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते FIR 15 अगस्त की शाम को दर्ज की। इसे लेकर क्षत्रिय समाज के लोगों में आक्रोश है, गुस्साए लोगों ने इसी कारण मंत्री दंडौतिया का घेराव किया।