भोपाल । मध्यप्रदेश में डेंगू के लगातार बढ़ते मरीजों को लेकर सरकार चिंतित हो गई है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष डेंगू में 5 से 6 गुना वृद्धि हुई है। अब तक प्रदेश में डेंगू के 4232 मरीज मिले हैं, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा मात्र 700 था। भोपाल और ग्वालियर में तो डेंगू के चलते अब तक 2 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
डेंगू के सर्वाधिक मरीज ग्वालियर में मिले हैं। यहां बीमारों की संख्या 618 तक पहुंच गई है। वहीं दूसरे नंबर पर भोपाल है, जहां पर मरीजों की संख्या 580 के करीब है। यहां पर डेंगू से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। 438 मरीजों के साथ इन्दौर तीसरे नंबर पर है, जबकि रीवा में 325 विदिशा में 303, जबलपुर में 134 मरीज मिले हैं। डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए गांव-गांव में शिविर लगाए जा रहे हैं।
कुल 4232 केस मिले प्रदेश में एक जनवरी से 28 अक्तूबर 2023 तक डेंगू के 4232 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, अब तक भोपाल और ग्वालियर में दो मरीजों की मौत हुई है। इस साल डेंगू पिछले साल के मुकाबला छह गुना ज्यादा फैला। अभी अगले महीने तक डेंगू मरीजों की संख्या में इजाफा होने की आशंका है। प्रदेश में 1 जनवरी से 28 अक्तूबर 2023 तक 4232 डेंगू मरीज मिले हैं। जबकि पिछले साल इस समय के दौरान मरीजों की संख्या सिर्फ 700 थी। वहीं, प्रदेश में डेंगू से भोपाल और ग्वालियर में दो मरीजों की मौत हुई है। हालांकि, अधिकारी मौतों को संदिग्ध मानकर उसकी जांच करने की बात कह रहे हैं। मच्छरों के अनुकूल रहा मौसम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस साल सितंबर-अक्तूबर में बारिश होने से डेंगू फैलाने वाले मच्छर को ब्रीडिंग के अनुकूल तापमान मिल गया। उन्होंने कहा कि तापमान में गिरावट के साथ ही केसों में भी कमी आएगी। हालांकि, अभी 15 नवंबर तक केस बढऩे की आशंका जताई गई है। मलेरिया विभाग पर उठ रहे सवाल प्रदेश में लगातार बढ़ते संक्रमण के चलते प्रदेश में मलेरिया विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, मलेरिया विभाग तीन महीने पहले से डेंगू फैलाने वाले मच्छर के लार्वा का पता लगाने सर्वे और उन्हें मारने के लिए फॉगिंग कर दवा का छिडक़ाव करता है। अब लगातार बढ़ते संक्रमण के कारण दवा छिडक़ाव और सर्वे कागजों में करने के सवाल खड़े हो रहे हैं।