वॉशिंगटन। चंद्रयान-1 के डेटा की स्टडी कर रहे अमेरिका की हवाई यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट्स ने दावा किया है कि पृथ्वी के हाई एनर्जी इलेक्ट्रॉन चांद पर पानी बना रहे हैं। ये इलेक्ट्रॉन पृथ्वी की प्लाज्मा शीट में हैं, जो मौसमी प्रक्रिया के लिए जिम्मेदार है, यानी इनके होने से ही पृथ्वी के मौसम में बदलाव होता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि ये इलेक्ट्रॉन चांद पर मौजूद चट्टानों और खनिजों को तोड़ या घोल रहे हैं। इससे चांद के मौसम में भी बदलाव आ रहा है। नेचर एस्ट्रोनॉमी जर्नल में पब्लिश स्टडी में कहा गया कि इन इलेक्ट्रॉन्स ने चांद पर पानी बनाने में मदद की होगी। इसके पहले 2008 में लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-1 मिशन ने चंद्रमा की सतह पर पानी की मौजूदगी का संकेत दिया था। उस मिशन की एक रिसर्च के आधार पर चांद पर बर्फ होने का दावा किया गया था।
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