नई दिल्ली। G-20 शिखर सम्मेलन की आधिकारिक शुरुआत हो गई है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का यह समय दुनिया को नई दिशा दिखाने वाला समय है. बरसों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही है. हमें मानवता वादी केंद्रित होकर इन समस्याओं को सुलझाना है. हमें पूरा विश्वाधस है कि मिलकर हम इन समस्या।ओं को सुलझा लेंगे. इस दौरान शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ के प्रमुख को अपनी सीट लेने के लिए आमंत्रित किया. अब से G20 को G21 कहा जाएगा. अफ्रीकन यूनियन को स्थाई सदस्यता मिल गई है.
भारत ने खुद को ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर स्थापित किया. अफ्रीकन यूनियन में 55 देश शामिल है. पीएम मोदी ने कहा, हमने प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकन यूनियन को जी 20 की स्थायी सदस्यता दी जाए. विश्वास है कि इसमें आप सबकी सहमति है. आप सबकी सहमति से आगे की कार्रवाई शुरू करने से पहले अफ्रीकन यूनियन को सदस्य के रूप में आमंत्रित करता हूं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत भाषण के साथ जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई. पीएम मोदी ने G-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश का नाम लेते समय ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल किया.
G20 शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को मंर आए भूकंप पीडि़तों को लेकर भी संवेदना प्रकट की. पीएम मोदी ने कहा, भारत इस समिट में मौजूद दुनिया के सभी राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत करता है. पीएम मोदी ने कहा, यहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर लगभग ढ़ाई हजार साल पुराना एक स्तंभ लगा हुआ है जिस पर प्राकृत भाषा में लिखा हुआ है कि मानवता का हित और उसका कल्याण सुनिश्चित हो. ढाई हजार साल पहले भारत की इसी भूमि से यह संदेश पूरी दुनिया को दिया था. 21वीं सदी का यह समय पूरी दुनिया को नई दिशा देने वाला समय है. यह वह समय है जब सालों पुरानी चुनौतियां हमसे नये समाधान मांग रही हैं.
इन विदेशी मेहमानों का हुआ आगमन –
चीन के PM ली कियांग, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन, यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा, जापान के पीएम फुमियो किशिदा, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, इटली की PM जॉर्जिया मेलोनी, जर्मनी के चांसलर ओलाफ़ स्कॉल्ज, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, स्पेन की उपराष्ट्रपति नादिया कैल्विनो, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे, नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन ज़ायद अल नाहयान, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनॉथ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, IMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा दिल्ली के प्रगति मैदान में G20 समिट में सम्मिलित होने पहुंचे।