हैदराबाद। चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम अब अपने कैमरे एलएचडीएसी से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर ऐसी जगह तलाश रहा है, जहां बड़े पत्थर और गहरे गड्ढे न हों। जिससे कि 23 अगस्त शाम 6:04 बजे वह सॉफ्ट लैंडिंग कर सके। भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने कहा कि विक्रम में लगा कैमरा खतरे का पता लगाने और बचाव में सक्षम है। इसरो के निदेशक नीलेश एम देसआई ने कहा कि 23 अगस्त को चंद्रयान-3 को उतारना उचित होगा या नहीं, इसका निर्णय लैंडर मॉड्यूल की स्थिति और चंद्रमा पर स्थितियों के आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि अगर परिस्थितियां अनुकूल नहीं रहीं, तब लैंडिंग को 27 अगस्त तक आगे बढ़ाया जा सकता है।
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