बीजिंग। दुनिया जानती है कि चीन ने साल 2019 में किस तरह से कोविड-19 के प्रकोप को छिपाने की कोशिशें की थीं। अब एक स्टडी में दावा किया गया है कि अगर चीन ने महामारी को छिपाने का प्रयास नहीं किया होता, तब छह मिलियन यानी 6 लाख कोविड पीड़ित आज जिंदा होते। स्टडी की मानें तब चीन के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने दुनिया को खतरे के बारे में पता चलने से कम से कम पांच दिन पहले ही वायरस के जेनेटिक कोड का पता लगा लिया था।
शोधकर्ता का दावा है कि चीन को पहले ही वायरस के जीनोम सीक्वेंसिंग के बारे में जानकारी मिल चुकी थी। चैनल की शुरुआत फरवरी में नेचर मेडिसिन पेपर के आर्टिकल पर चर्चा करने के लिए की गई थी। रिसर्च में सोर्स-सीओवी-2 के जीनोम का विश्लेषण किया गया है। इससे निष्कर्ष निकाला है कि यह प्रयोगशाला में नहीं बना था और न ही इसमें कोई हेरफेर किया गया था।
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