देश के युवा अरबपतियों में से एक जेरोधा (Zerodha) के को फाउंडर निखिल कामथ ने अपनी अधिकांश संपत्ति को दान करने का संकल्प लिया है l निखिल उन अरबपतियों की लीग में शामिल हो गए हैं, जो अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा दान कर देते हैं।
■ निखिल कामथ का जन्म 5 सितंबर 1987 में हुआ था।
■ निखिल पढ़ाई में बहुत अच्छे नहीं थे। शुरुआती पढ़ाई के बाद उन्होंने 17 साल की उम्र में ही काम शुरू कर दिया। पहली नौकरी कॉल सेंटर में लगी। सैलरी मात्र 8000 रुपये थी।
■ नौकरी के साथ-साथ उन्होंने स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग शुरू कर दी। पहले तो उन्होंने स्टॉक मार्केट को गंभीरता से नहीं लिया था। बाद में जब मुनाफा होने लगा तो उन्होंने इसपर फोकस करना शुरू किया।
■ साल 2010 में निखिल ने अपने भाई नितिन कामथ के साथ मिलकर जेरोधा की शुरुआत की थी।
■ जेरोधा के साथ-साथ उन्होंने Gruhas, हेज फंड True Beacon भी शुरू किया। मनी मैनेंजमेंट कंपनी के साथ-साथ उन्होने फिनटेक इनक्यूबेटर रेनमैटर और रेनमैटर फाउंडेशन की शुरुआत की। जेरोधा ने उनकी किस्मत बदल दी।
■ सिर्फ 34 साल की उम्र में निखिल अरबपति बन गए। फोर्ब्स के मुताबिक निखिल कामथ और नितिन कामथ का ज्वाइंट नेटवर्थ 3.45 अरब डॉलर (करीब 28 हजार करोड़) है।
कामत से पहले अजीम प्रेमजी, किरण मजूमदार-शॉ, रोहिणी और नंदन नीलेकणि इस प्लेज का हिस्सा बन चुके हैं।इसमें शामिल लोगों समाज कल्याण के लिए अपनी कमाई का अधिकांश हिस्सा दान कर देते हैं। निखिल कामत क्लाइमेट चेंज, एनर्जी, एजुकेशन और हेल्थ के क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहते हैं। इसके अलावा भी निखिल कामत पहले से ही परोपकारी कार्यों के लिए दान देते आए हैं।
निखिल जितना कमाते हैं उतना दान करने में भी विश्वास करते हैं। इससे पहले साल 2022 में निखिल कामथ और उनके भाई नितिन कामथ ने 100 करोड़ रुपये दान किए थे। इसके अलावा वो Young India Philanthropic Pledge समूह का हिस्सा हैं। इस समूह में शामिल होने वाले हर व्यक्ति को अपनी 25 फीसदी कमाई दान करनी होती है।
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