आज पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर दीपक जोशी ने विधिवत कांग्रेस की सदस्यता ले ली है। मीडिया में कई बयान बाजी के बाद दीपक जोशी ने कहा था की उन्होंने निर्णय ले लिया है अब वह उससे पीछे नहीं हटने वाले। जोशी ने कहा था उनको लोकसभा या राज्यसभा का टिकट या मंत्री पद नहीं चाहिए। अब वह सिर्फ अपने पिता के सम्मान के लिए कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी की भाजपा को मनाने की कोशिश नाकाम हो गई हैं। दीपक जोशी ने कहा था कि शनिवार को कांग्रेस ज्वाइंन करेंगे। इससे पहले प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव और भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा के चिट्ठी लिखने और वाट्सअप कॉल पर बातचीत की। जोशी ने कहा कि उन्होंने दोनों को साफ कह दिया है कि अब वह अपना निर्णय नहीं बदलने वाले। इस बीच भाजपा मुख्यालय से उनको पिता के नाम पर भोपाल में स्कूल, सड़क या भवन का नाम कर देने के ऑफर भेजे गए, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया हैं।
जोशी बोले- पद नहीं पिता का सम्मान चाहिए
दीपक जोशी ने अमर उजाला से बातचीत में कहा कि उन्होंने निर्णय ले लिया है। अब वह उससे पीछे नहीं हटने वाले। उनको लोकसभा या राज्यसभा या पार्टी में कोई पद या मंत्री पद नहीं चाहिए। अब वह जो कर रहे है वह सिर्फ अपने पिता के सम्मान के लिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पिता का स्मारक बनाने के लिए कांग्रेस सरकार में तुरंत जमीन के आवंटन का निर्णय ले लिया, लेकिन भाजपा की सरकार में बैठे लोगों ने कोई निर्णय नहीं लिया। यदि उनके मन में सम्मान होता तो 6 दिन में निर्णय ले लेते। मैं दो साल तक चक्कर लगाता रहा।
भाजपा ने कांग्रेस में जाने से रोकने दिया यह ऑफर
जोशी ने कहा कि उनको अब पार्टी उनके परिचितों के माध्यम संदेश भेज रही है कि भोपाल में कैलाश जी के नाम पर सड़क, स्कूल या किसी भवन का नामकरण कर देते है, वह लिखकर दे दे कि कांग्रेस ज्याइंन नहीं करेंगे। अब यह नहीं चलेगा। जोशी ने कहा कि वह शनिवार को 11.30 बजे कांग्रेस ज्वाइंन करेंगे। जोशी ने कहा कि स्थान को लेकर दोबारा विचार कर रहे है। जोशी ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनसे फोन पर बातचीत कर चुके हैं। लेकिन अब कुछ नहीं होने वाला है। बता दें ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने समर्थक कांग्रेस नेताओं के साथ भाजपा शामिल करने के बाद भाजपा में असंतुष्ट और नाराज नेताओं की संख्या बढ़ गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की रिपोर्ट में भी इसका उल्लेख किया है। जिसके बाद भाजपा उनको मनाने में जुटी हुई।
रघुनंदन शर्मा ने पार्टी में बने रहने का किया आग्रह
इधर दीपक जोशी को भाजपा में ही बने रहने के लिए वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने एक मार्मिक पत्र वाट्सअप के माध्यम से भेजा है। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने दीपक जोशी से अपने निर्णय पर दोबारा विचार करने की बात लिखते हुए कहा कि मैं आपसे पिता के सीचें वट वृक्ष की छांव में रहने का आग्रह करता हूं। परम आदरणीय कैलाश जोशी जी ने जो मुझे सिखाया वहीं मै आपसे चाहता हूं। वो हमेशा कहा करते थे, अपने परिवार में जो भी जाने अनजाने में भूल चूक हुई हो उसे मिल बैठ कर बात कर सुधार करना चाहिए न कि परिवार से दूर जाना। परम् श्रद्धेय स्व. कैलाश जी का सम्मान सभी के मन में है। यह निरंतर रहे इसलिए भाजपा का नेतृत्व प्रतिबद्ध हैं। कोई चूक हुई तो उसे भी सुधार करेंगे। मैं व्यक्तिगत रूप से यह प्रयास करुंगा। आपके सम्मान में भी कमी न आए। हो सके तो ऐसा निर्णय ना लेना जिससे स्व. जोशी जी के मन को ठेस पहुंचे। मुझे पूरा विश्वास है कि पुन: मेरे आग्रह पर विचार जरूर करोगे।