स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में ग्वालियर की बेहतर रैकिंग के लिये स्वच्छता अभियान को जन आंदोलन बनाना होगा। शहर का हर नागरिक जब शहर की स्वच्छता में अपनी भागीदारी करेगा तो कोई कारण नहीं है कि हमारा शहर स्वच्छ और सुंदर शहर न बने। इसके लिये सभी के सार्थक प्रयास जरूरी हैं।
महापौर डॉ. शोभा सिकरवार ने शनिवार को महापौर सलाहकार समिति की बैठक में यह बात कही। बैठक में शहर विकास और पर्यावरण संरक्षण के विषयों पर भी विस्तार से चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए गए।
नगर निगम के सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह, समिति के सदस्य सेवानिवृत्त संभागीय आयुक्त बी एम शर्मा, सेवानिवृत्त संभागीय आयुक्त अखिलेन्दु हरजरिया, सेवानिवृत्त कलेक्टर विनोद शर्मा, सेवानिवृत्त कलेक्टर आर के जैन, आर्किटेक्ट अतुल पाठक, उद्योगपति अशोक गोयल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित सहित समिति के सदस्यगण और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
सलाहकार समिति की बैठक में जल संरक्षण एवं संवर्धन, अमृत परियोजना प्रोजेक्ट-2, स्वच्छता सर्वेक्षण, यातायात व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था एवं सौर ऊर्जा, वृक्षारोपण, पॉलीथिन विरोधी अभियान के साथ ही सड़कों के संधारण पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में तय किया गया कि बरसात के पानी को संरक्षित करने हेतु वाटर हार्वेस्टिंग के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निगम के माध्यम से सार्थक प्रयास किए जायेंगे। वाटर हार्वेस्टिंग के लिये यह भी तय किया गया कि निगम विधानसभावार एजेन्सी का निर्धारण कर दे ताकि कोई भी व्यक्ति अपने घर पर वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य संबंधित एजेंसी से करा सके। निगम द्वारा निर्धारित एजेन्सियों के नम्बर एवं जानकारी भी प्रसारित कराई जाए ताकि शहर के नागरिक अपने निवास पर वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य करा सकें। समिति में इस बात पर भी विशेष जोर दिया गया कि बरसात से पूर्व शहर के सभी नालों की सफाई का विशेष अभियान निगम के माध्यम से भी चलाया जाए। जल संरक्षण के लिये जनभागीदारी के साथ अभियान चलाया जाए, इसके लिये लोगों को श्रमदान के लिये भी प्रेरित किया जाए।
पर्यावरण संरक्षण के संबंध में शहर में वृहद वृक्षारोपण के कार्य को हाथ में लेने के साथ ही पार्कों का विकास कर उन्हें रहवासी संघों को देखरेख के लिए सौंपने की बात भी की गई। कॉलोनियों में जो अनविकसित पार्क हैं उन्हें सभी के सहयोग से विकसित करने का अभियान भी चलाने का निर्णय लिया गया।
यातायात प्रबंधन के संबंध में कहा गया कि शहर के मल्टी लेवल पार्किंग में नागरिक अपने वाहन पार्क करें। सड़क पर वाहन पार्किंग न हो, इसके लिये पुलिस विभाग और नगर निगम संयुक्त रूप से अभियान चलाकर कार्रवाई करे। आवश्यक हो तो सड़क पर वाहन पार्क करने वालों के विरूद्ध चालान की कार्रवाई भी की जाए। बैठक में यह भी कहा गया कि स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम के माध्यम से भी सड़कों के संधारण का कार्य व्यवस्थित रूप से किया जाए। जिन रोड़ों पर संधारण का कार्य प्रारंभ किया जाए उसकी सूचना नागरिकों को भी हो ताकि लोग अनावश्यक रूप से परेशान न हों।
नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने बैठक में कहा कि सलाहकार समिति के माध्यम से महत्वपूर्ण सुझाव निगम को प्राप्त हुए हैं। इन सुझावों के आधार पर निगम के माध्यम से शहर के सुनियोजित विकास के क्षेत्र में कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शहर में स्ट्रीट लाइट संधारण के लिये स्मार्ट सिटी के माध्यम से नया टेंडर हो गया है। आने वाले कुछ ही दिनों में स्ट्रीट लाइट की समस्या से निजात मिल जायेगी। उन्होंने यह भी बताया कि कायाकल्प योजना के तहत निगम द्वारा 41 करोड़ रूपए से 39 सड़कों के संधारण के कार्य को हाथ में लिया गया है। अमृत परियोजना-2 के बारे में भी उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।
निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के लिये इस बार 9500 अंक निर्धारित किए गए हैं। स्वच्छता रैकिंग के लिये नगर निगम के माध्यम से सार्थक प्रयास प्रारंभ किए गए हैं। इस अभियान में जन-जन को जोड़ने के लिये भी कार्य किया जा रहा है। सभी के प्रयासों से हम ग्वालियर को स्वच्छता रैकिंग में बेहतर स्थान पर रखने में कामयाब होंगे। बैठक में अन्य सदस्यों द्वारा भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए।