अनोखी कहानियां

देखिए, यहां भक्त की इच्छा से चारों ओर घूमते हैं महादेव, वर्ष में एक बार आरती के बाद रात में अपने-आप बज उठती हैं घंटियां–घूमने लगता है शिवलिंगदेखिए, यहां भक्त की इच्छा से चारों ओर घूमते हैं महादेव, वर्ष में एक बार आरती के बाद रात में अपने-आप बज उठती हैं घंटियां–घूमने लगता है शिवलिंग

देखिए, यहां भक्त की इच्छा से चारों ओर घूमते हैं महादेव, वर्ष में एक बार आरती के बाद रात में अपने-आप बज उठती हैं घंटियां–घूमने लगता है शिवलिंग

महाशिवरात्रि के अवसर पर khabarkhabaronki.com पर प्रस्तुत है चंबल अंचल के श्योपुर में उस ऐतिहासिक मंदिर की अभियांत्रिकी गाथा जहां भक्त अपनी…

3 years ago
VIDEO: ग्वालियर की अंतिम महारानी लेखा दिव्येश्वरी: प्रेम में विजय मिली तो नाम मिला विजया राजे….VIDEO: ग्वालियर की अंतिम महारानी लेखा दिव्येश्वरी: प्रेम में विजय मिली तो नाम मिला विजया राजे….

VIDEO: ग्वालियर की अंतिम महारानी लेखा दिव्येश्वरी: प्रेम में विजय मिली तो नाम मिला विजया राजे….

अमीर का हो या ग़रीब का प्रेम वो शै है जिसके काटे का मंत्र तो बस महबूब ही जानता है।…

3 years ago
USA में पढ़ रहे ज्योतिरादित्य को पहली ही नजर में भा गई थीं प्रियदर्शिनी, चुनी गई थीं विश्व की सबसे सुंदर रॉयल प्रिंसेसUSA में पढ़ रहे ज्योतिरादित्य को पहली ही नजर में भा गई थीं प्रियदर्शिनी, चुनी गई थीं विश्व की सबसे सुंदर रॉयल प्रिंसेस

USA में पढ़ रहे ज्योतिरादित्य को पहली ही नजर में भा गई थीं प्रियदर्शिनी, चुनी गई थीं विश्व की सबसे सुंदर रॉयल प्रिंसेस

ग्वालियर के सिंधिया राजवंश के ज्योतिरादित्य सिंधिया को बड़ौदा की गायकवाड़ राजकुमारी पहली नजर में ही भा गई थीं। खुद,…

3 years ago
आह! ग़म-ए-गन्ना बेग़मः महादजी सिंधिया उनकी मज़र पर लिखवाया था संदेशआह! ग़म-ए-गन्ना बेग़मः महादजी सिंधिया उनकी मज़र पर लिखवाया था संदेश

आह! ग़म-ए-गन्ना बेग़मः महादजी सिंधिया उनकी मज़र पर लिखवाया था संदेश

ग्वालियर। मुरैना जिले के नूराबाद में सांक नदी पर बने इस ऐतिहासिक पुल के नीचे सोई हुई हैं उस दौर की…

3 years ago
श्रद्धांजलिः मिला नहीं, किंतु कल्पनाओं में हमेशा लता दीदी के चरणों रखता रहा अपना सिर, अब वह शब्द नहीं हैं जो अभिव्यक्त कर सकें मेरी पीड़ाश्रद्धांजलिः मिला नहीं, किंतु कल्पनाओं में हमेशा लता दीदी के चरणों रखता रहा अपना सिर, अब वह शब्द नहीं हैं जो अभिव्यक्त कर सकें मेरी पीड़ा

श्रद्धांजलिः मिला नहीं, किंतु कल्पनाओं में हमेशा लता दीदी के चरणों रखता रहा अपना सिर, अब वह शब्द नहीं हैं जो अभिव्यक्त कर सकें मेरी पीड़ा

समय के साथ धीरे-धीरे मैं भी उम्रदराज होता चला गया स्वर साम्राज्ञी लता के सुरीले साथी गायक एक-एक कर बिछुड़ते…

3 years ago
स्मृति शेषः इंदौर की बेटी से सुर-साम्राज्ञी बनने का सफर तय कर अंतिम सफर पर निकलीं आवाज की देवीस्मृति शेषः इंदौर की बेटी से सुर-साम्राज्ञी बनने का सफर तय कर अंतिम सफर पर निकलीं आवाज की देवी

स्मृति शेषः इंदौर की बेटी से सुर-साम्राज्ञी बनने का सफर तय कर अंतिम सफर पर निकलीं आवाज की देवी

भारत की कोयल पंचम सुर पर गाकर अचानक सम पर आकर मौन हो गई है। बसंत ऋतु में आम्रकुंज में…

3 years ago
राजपथ से लोकपथ पर सत्ता के लिए नहीं सेवा के लिए आई थीं राजमाता, ठुकरा दिया था मुख्यमंत्री बनने का अवसरराजपथ से लोकपथ पर सत्ता के लिए नहीं सेवा के लिए आई थीं राजमाता, ठुकरा दिया था मुख्यमंत्री बनने का अवसर

राजपथ से लोकपथ पर सत्ता के लिए नहीं सेवा के लिए आई थीं राजमाता, ठुकरा दिया था मुख्यमंत्री बनने का अवसर

ग्वालियर, 25 जनवरी। सिंधिया राजवंश की राजमाता विजयाराजे सिंधिया को एक बार मौका मिला था, जब वे मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री…

3 years ago
सरहद रोक सकी न मज़हब, सब बाधाओं को पार कर गया सच्चा प्रेम, मोरक्को की दुल्हन ने चुना ग्वालियर का दूल्हासरहद रोक सकी न मज़हब, सब बाधाओं को पार कर गया सच्चा प्रेम, मोरक्को की दुल्हन ने चुना ग्वालियर का दूल्हा

सरहद रोक सकी न मज़हब, सब बाधाओं को पार कर गया सच्चा प्रेम, मोरक्को की दुल्हन ने चुना ग्वालियर का दूल्हा

यसी फादवा के पिता से कहा–मैं धर्म बदलूंगा और न ही देश छोड़ूंगा, किंतु आपकी बेटी पर भी धर्म परिवर्तन…

3 years ago
Happy Birth Day: पिता माधवराव की चलती तो ज्योतिरादित्य नहीं होता केंद्रीय मंत्री का नामHappy Birth Day: पिता माधवराव की चलती तो ज्योतिरादित्य नहीं होता केंद्रीय मंत्री का नाम

Happy Birth Day: पिता माधवराव की चलती तो ज्योतिरादित्य नहीं होता केंद्रीय मंत्री का नाम

.01 जनवरी को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्मदिन है। इस अवसर पर khabarkhabaronki.com पर प्रस्तुत है उनके नामकरण की…

3 years ago
ऑडिशन में रिजेक्ट हुआ तो ठान लिया एक्टर तो बनना ही है, मायानगरी में परवान चढ़े गुदड़ी के लाल के सपनेऑडिशन में रिजेक्ट हुआ तो ठान लिया एक्टर तो बनना ही है, मायानगरी में परवान चढ़े गुदड़ी के लाल के सपने

ऑडिशन में रिजेक्ट हुआ तो ठान लिया एक्टर तो बनना ही है, मायानगरी में परवान चढ़े गुदड़ी के लाल के सपने

खबार में विज्ञापन देख अजय दिल्ली पहुंचा और एक्टर बनने की इच्छा से ऑडीशन दिया। धुर देहात अमायन से सपनों…

3 years ago