नई दिल्ली। भारत की आबादी लगातार बढ़ रही है। कुछ समय पहले भारत ने चीन को भी मामले में पछाड़ दिया है। रिपोर्ट्स की मानें हर साल देश की आबादी 1 प्रतिशत बढ़ रही है। अब यूएनएफपीए ने रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि भारत की अब डेढ़ अरब पहुंच गई है। वहीं महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। इसमें बताया गया हैं कि महिलाओं की जीवन प्रत्याशा में लगभग साढ़े तीन साल की बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार भारत में पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 71 साल और महिलाओं की 74 साल है। साल 2020 तक पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 67.8 और महिलाओं की 70.4 साल थी। भारत की आबादी 144.17 करोड़ तक पहुंच गई है। जनसंख्या का आंकड़ा अगले 77 सालों में बढ़कर दोगुना होगा। साल 2050 तक भारत में दुनिया के 17 फीसदी बुजुर्ग होंगे। अभी देश में 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग 7 प्रतिशत से कम हैं। दुनिया में अनुमानित आबादी के साथ भारत सबसे आगे है, जबकि चीन 142.5 करोड़ के साथ दूसरे स्थान पर है। 2011 में पिछली जनगणना में देश की आबादी 121 करोड़ थी। इतना ही नहीं भारत में यौन संबंधों को लेकर भी जागरूकता आई है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में अब 30 सालों में प्रजनन स्वास्थ्य बेहतर हुआ है। मातृ मृत्यु (प्रेग्नेंसी के समय मौत) में कमी आई है। दुनिया में ऐसी मौतों में भारत का हिस्सा 8 प्रतिशत है। इसका सारा श्रेय सस्ता, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को दिया जा रहा है। 2006-2023 में भारत में 23 प्रतिशत बाल विवाह भी हुए हैं। वहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि 25 प्रतिशत महिलाएं यौन संबंध बनाने से मना नहीं कर पाती है, जबकि 10 में से एक महिला गर्भनिरोधक उपायों के बारे में खुद निर्णय लेने में असमर्थ हैं।