राजस्थान और सीमावर्ती मध्यप्रदेश के मालवा में आटा-साटा की कुप्रथा न जाने कितनी युवतियों के जीवन बर्बाद कर चुकी है। सैकड़ों दुष्परिणामें के सामने आने के बाद भी इस कुप्रथा पर विराम नहीं लगाया जा सका है। हाल ही में आटा-साटा का इतना विकृत रूप सामने आया है जिसका बयान करने में किसी पत्थरदिल की भी जुबां लरज जाए। प्रस्तुत है मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में घटित हुए आटा-साटा का एक दर्दनाक और शर्मनाक वाकया।
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed