कोई लिख सकता है मौत मुकर्रर होने के बाद आत्मकथा, बिस्मिल फांसी से पहले अंतिम तीन दिन में लिख डाली 200 पृष्ठों की आत्मकथा

हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के संस्थापक और शहीद चंद्रशेखर आजाद, सरदार भगत सिंह व अशफाक उल्लाह खां के गुरू शहीद राम प्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 में हुआ था। बिस्मिल मूलत: मुरैना के गांव रुअर-बरवाई के निवासी थे।  क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल को काकोरी ट्रेन डकैती के मामले में उनके साथियों अशफाक़ उल्लाह खान, रोशन सिंह और राजेंद्र लाहिड़ी के साथ अंग्रेज सरकार ने मुकदमे के बाद फांसी की सजा सुनाई थी।